Gallery

Jhankia & Time Table

 HISTORY, Governance, Sewa, Aims &  More 

 Social Activities

Hindi

 Vishesh  KIRTAN e - Pooja Online

श्रीमद् भागवत माहात्म्य अध्ययाय 1, श्लोक सं- 1-2

सच्चिदानन्द रूपाय, विश्वोत्पत्यादि हेतवे !
तापत्रय विनाशाय, श्री कृष्णाय वयं नुमः!! 1!!

यं प्रव्रजन्त मनुपेत मपेत कृत्यं, 
द्वैपायनो विरहकातर आजुहाव! 
पुत्रेति तन्मयतया तरवो भिनेदुः, 
तं सर्व भूत ह्रदयं मुनि मानतोस्मि!! 2!!.

 

 

PAGE UNDER CONSTRUCTION...........